ग्रामीण जीवन

👈✋✋👯⚔️🕸️  भारतीय ग्रामीण जीवन शैली

 ग्रामीण जीवन शैली से परिचय

ग्रामीण शब्द का अर्थ है कि गांव से जुड़ा हुआ अर्थात वह सभी जो एक साधारण गांव से संबंधित होता है वहां ग्रामीण कहलाता है 
 भारत एक ऐसा देश है जिसमें सैकड़ों हजारों की संख्या में गांव हैं और हम लोग इस बात से अच्छी तरह से परिचित हैं कि अन्नदाता अर्थात किसान जो हमारे लिए अनाज उगाता है फसल   उगाता है वह ग्रामीण परिवेश से ही संबंध रखता है अर्थात वह गांव में ही निवास करता हैं अगर किसान नहीं होता तो आज हम और आप अनाज कहां से लाते और अपना गुजारा कैसे करते हैं
इसीलिए भारत को कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है क्योंकि भारत में किसानों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले कहीं गुना अधिक हैं अतः हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत जैसे महान देश का गौरव अन्नदाता अर्थात किसान को माना जा सकता है   क्योंकि वही एक ऐसा इंसान होता है जो अपने राष्ट्र के लोगो के  भरण पोषण के लिए कृषि कर  अनाज उपजाता 
हैं
भारतीय गांवों को देखते हुए और उन में निवास करने वाले किसानों के दैनिक दिनचर्या को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि यहां का किसान मेहनती ईमानदार सेवाभावी और परहित के लिए कार्य करने वाला इंसान हैं

 ग्रामीण परिवेश में रहन-सहन पहनावा इत्यादि

भारतीय गांवों में रहने वाली महिलाओं एवं पुरुषों का पहनावा सरल और अपनी संस्कृति से संबंधित होता है अगर हम यहां पर गांव की महिलाओं के पहनावे पर चर्चा करें तो देखते हैं कि ग्रामीण महिलाएं अपने आप को सजाने संवारने के लिए कुछ आभूषणों का उपयोग करते हैं जैसे महिलाओं द्वारा किए जाने वाले आभूषण निम्न है महिलाएं अपने नाक में एक तारे जैसी आकृति का आभूषण धारण करती हैं जिससे देसी भाषा में नाक का कांटा कहा जाता है और बालों में भी आभूषणों का प्रयोग किया जाता है जैसे चांदी के क्लिप इत्यादि गले में छोटा डमरु जैसा पहना जाता है जिसे देसी भाषा में मादलिया कहा जाता है और कोहनी में एक आभूषण पहना जाता है जिसे हथफूल कहा जाता है और माथे पर एक छोटा गेंद जैसा और नुकीले मुंह वाला आभूषण होता है जिसे आम भाषा में बोर कहा जाता है जो दिखने में  कीकोरे जैसा लगता है ( एक प्रकार की देसी सब्जी जो करेले जैसा होता है पर कड़वा नहीं होता है जिसमें लाल बीज होते हैं)
 कमर में चैन जैसा आभूषण पहना जाता है जिसे कंदोरा कहते हैं और साधारण तरीके से हाथ की उंगलियों में  अंगूठी भी पहने जाते हैं
 पैरों में कड़ी नामक आभूषण पहना जाता है जो काफी वजनदार होता है लगभग दोनों पैरों का मिलाकर एक से डेढ़ किलो तक होता है इनके अलावा भी अन्य कई प्रकार के आभूषण पहने जाते हैं

पुरुषों की वेशभूषा 

आमतौर पर देसी पुरुष धोती कुर्ता पहनते हैं और माथे पर पगड़ी पहनते हैं यहां के पुरुष अत्यधिक मेहनती होते हैं अपने कार्य के प्रति समर्पित होते हैं और हमेशा दूसरों के हित में कार्य करते हैं जो एक बहुत ही अच्छा गुण हैं ओके

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